एक कलीय प्रेरण प्रकार की ऊर्जामापी के विभिन्न परीक्षण लिखिये? ब्रेक चुम्बक का क्या कार्य है ?

दोस्तों आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे एक कलीय प्रेरण प्रकार की ऊर्जामापी के विभिन्न परीक्षण तथा ब्रेक चुम्बक के बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से इन सब के बारे में जानकारी देने वाला हूं| तो चलिए शुरू करते हैं |

एक कलीय प्रेरण प्रकार की ऊर्जामापी के विभिन्न परीक्षण

(1) नियमित परीक्षण (Routine testing)

(2) रेंगन परीक्षण (Creeping testing)

(3) दीर्घ अवधि डायल परीक्षण (Long period dial testing)

(4) लघु अवधि परीक्षण (Short period testing)

(5) एकल कला ऊर्जामापी का अंशशोधन या प्रत्यक्ष भारण परीक्षण विधि (Calibration of single phase energymeter or Direct loading testing method)

(6) आभासी या कल्पित भार ऊर्जामापी परीक्षण (Phantom or fictitious load test of energymeter)

ब्रेक चुम्बक (Brake magnet) –

एक कलीय प्रेरण प्रकार की ऊर्जामापी में एक स्थाई चुम्बक को अग्र भाग के एक ओर ऐसे लगाया जाता है कि चकती (Disc) उसमें बनी झिर्री (groove) में बिना छुए घूम सके। इस स्थाई चुम्बक का समायोजन ऊपर-नीचे और त्रिज्यी समायोजन भी किया जा सकता है। स्थाई चुम्बक के चुम्बकीय क्षेत्र में घूमने से चकती में भंवर धाराएं उत्पन्न होती हैं जिससे ब्रेक रूपी नियन्त्रण लगता है। अधिक भंवर धारा उत्पन्न होने से चकती की चाल कम हो जाती है, इस ब्रेक चुम्बक को अवमंदन चुम्बक भी कहते है। ब्रेक चुम्बक, भार (Load) पर धारा ‘off’ करने पर जड़त्व (inertia) से अनावश्यक चल नहीं पाती है और विपरीत बल के कारण चकती तुरन्त विश्राम स्थिति में आ जाती है।

आज आपने क्या सीखा :-

अब आप जान गए होंगे कि  एक कलीय प्रेरण प्रकार की ऊर्जामापी के विभिन्न परीक्षण तथा ब्रेक चुम्बक इन सभी सवालों का जवाब आपको अच्छी तरह से मिल गया होगा|

उम्मीद करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके मन में कोई भी सवाल/सुझाव है तो मुझे कमेंट करके नीचे बता सकते हो मैं आपके कमेंट का जरूर जवाब दूंगा| अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ में शेयर भी कर सकते हो

Leave a Comment