दोस्तों आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे दो तत्व प्रकार का ऊर्जामापी के बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से इन सब के बारे में जानकारी देने वाला हूं| तो चलिए शुरू करते हैं |
दो तत्व प्रकार के ऊर्जामापी –
दो तत्वीय ऊर्जामापी तीन कला तीन तार (Three-phase Three-wire) प्रणाली के लिए प्रयोग किया जाता है। इसमें प्रत्येक संचालन तत्व एकल कला ऊर्जामापी के भांति ही निर्मित होता है। इनके रोटर भाग एक उभय (Common) धुरी (Spindle) पर लगे होते हैं। इस उभय रोटर के ऊपर एक समाकलन तन्त्र रचना (Registering Mechanism) होती है जो उभय रोटर से संचालित होती है।

दोनों तत्वों का संचालन बलाघूर्ण समान शक्ति (Power) के लिए समान होता है। प्रत्येक तत्व में ताम्र छिद्रित छल्ले (Copper shading band) और रोक चुम्बक (Brake Magnet) पृथक् पृथक् लगे होते हैं। दोनों दाब चुम्बकों (Pressure magnets) के पार्श्व में समंजन चुम्बकीय शन्ट (Adjustment magnetic shunt) समायोजित किया जाता है जिससे समान शक्ति (Power) मापन के लिए चालन बलाघूर्ण से सन्तुलित किया जा सके। तत्वों की वोल्टता कुण्डली को प्रदाय के पार्श्व में और धारा कुण्डली के श्रेणीक्रम में जोड़ा जाता है और एकल कला पर समायोजन व्यवस्था की जाती है। धारा कुण्डलियां (C.C.) एक-दूसरे के विपरीत होती हैं अतः दोनों कुण्डलियों के बालाघूर्ण (Torques) विपरीत होते हैं जिसके कारण डिस्क लोड रहित (No load) नहीं घूमती है, यदि इसके उपरान्त भी घूमती है तो चुम्बकीय शन्ट से समंजन किया जाता है जिससे डिस्क भार रहित स्थिति में घूम न सके। इस व्यवस्था में कला, चाल व घर्षण त्रुटि, ब्रेक चुम्बक आदि का समंजन पृथक् से किया जा सकता है। अधिक धारा पर कार्य करने के लिए त्रिकला, 3 तार, दो तत्वीय ऊर्जामापी का संयोजन किया गया है।
आज आपने क्या सीखा :-
अब आप जान गए होंगे कि दो तत्व प्रकार का ऊर्जामापी इन सभी सवालों का जवाब आपको अच्छी तरह से मिल गया होगा|
उम्मीद करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके मन में कोई भी सवाल/सुझाव है तो मुझे कमेंट करके नीचे बता सकते हो मैं आपके कमेंट का जरूर जवाब दूंगा| अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ में शेयर भी कर सकते हो