दोस्तों आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे ट्रांसफॉर्मर शीतलन के बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से इन सब के बारे में जानकारी देने वाला हूं| तो चलिए शुरू करते हैं |
प्राकृतिक रूप से शीतलित ट्रांसफॉर्मर-
छोटे ट्रांसफॉर्मर लगभग 20kVA को ठंडा करने के लिए कोर का क्षेत्रफल अधिक रखा जाता है जिससे वे उत्पन्न ऊष्मा को अवशोषित कर लें। इसके अतिरिक्त ट्रांसफॉर्मर के बाहरी भाग में डक्ट (Duct) बनी होती है। जिससे प्राकृतिक वायु आती है और गर्मी कम कर देती है।

तेल द्वारा शीतलित ट्रांसफॉर्मर –
तेल द्वारा शीतलित ट्रांसफॉर्मर निम्न प्रकार के होते हैं-
(a) प्राकृतिक रूप से तेल द्वारा शीतलन –
अधिक KVA के ट्रांसफॉर्मरों में यह विधि अपनायी जाती है। तेल से भरे टैंक में ट्रांसफॉर्मर को जिसमें लेमीनेटेड कोर व वाइन्डिंग होती है, रख दिया जाता है। तेल वाइन्डिंग के नजदीक गर्म हो जाता है। वह गर्म तेल टैंक की दीवार की ओर जाता है।

इस प्रकार तेल के ठण्डा होने की प्रक्रिया चलती रहती है। बड़े-बड़े ट्रांसफॉर्मरों में चित्रानुसार ट्यूबों का प्रयोग किया जाता है। ट्यूबों व ट्रांसफॉर्मर का जितना अधिक क्षेत्रफल होगा उतनी ही शीघ्रता से तेल ठंडा होकर वाइन्डिंग कोर को ठंडा रखता है।
(b) ऑयल ब्लास्ट शीतलन –
इस शीतलन विधि का उपयोग 500kVA से अधिक क्षमता वाले ट्रांसफॉर्मर में किया जाता है। इस विधि में ट्रांसफॉर्मर के टैंक के साथ एक ‘रेडिएटर टैंक भी जुड़ा होता है। रेडिएटर में एक वायु पम्प (Air pump) की सहायता से वायु के प्रवाह के द्वारा तेल को ठण्डा किया जाता है। ठण्डा किया गया तेल, रेडिएटर टैंक = से पुनः मुख्य टैंक में पहुंचा दिया जाता है। यह सारा कार्य दो पम्पों की सहायता से पूरा किया जाता है।
जल द्वारा शीतलित ट्रांसफॉर्मर-
अधिक क्षमता (KVA) के ट्रांसफॉर्मर वाटर कूल्ड होते हैं। इनमें टैंक – बड़ा होता है। वाइन्डिंग के चारों ओर पानी के पाइप लिपटे रहते हैं (कई बार पृथक ने चित्रानुसार पाइप को ऊपरी भाग में लगाया जाता है, नीचे टैंक – में तेल भरा रहता है। गर्म तेल को ठंडा करने हेतु पानी की ट्यूब की ठंडक उसे ठंडा रखती है। एक सिरे से पाइप में ठंडा पानी भेजा जाता है व दूसरे सिरे से पानी गर्म होकर बाहर निकल जाता है।

वायु दाब द्वारा शीतलित ट्रांसफॉर्मर –
इस प्रकार के ट्रांसफॉर्मरों में लेमीनेटेड कोर एवं प्राइमरी सैकण्डरी वाइन्डिंग को एक पंखे की सहायता से ठंडा किया जाता है। हवा के गुजरने के लिए इसमें एयर डक्ट बने होते हैं, जिससे हवा अच्छी तरह चारों ओर इन मार्गों से घूम सके।

आज आपने क्या सीखा :-
अब आप जान गए होंगे कि ट्रांसफॉर्मर शीतलन इन सभी सवालों का जवाब आपको अच्छी तरह से मिल गया होगा|
उम्मीद करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके मन में कोई भी सवाल/सुझाव है तो मुझे कमेंट करके नीचे बता सकते हो मैं आपके कमेंट का जरूर जवाब दूंगा| अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ में शेयर भी कर सकते हो