प्रयोगशाला में क्रांतिक प्रतिरोध निकालने की विधि का वर्णन करें?

दोस्तों आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे क्रांतिक प्रतिरोध के बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से इन सब के बारे में जानकारी देने वाला हूं| तो चलिए शुरू करते हैं |

क्रांतिक प्रतिरोध-

“वह अधिकतम क्षेत्र प्रतिरोध जिस पर शंट जनरेटर एक्साइट होता है, क्रांतिक प्रतिरोध कहलाता है।” इस मान पर जनरेटर एक्साइट हो जाता है। अगर क्षेत्र प्रतिरोध क्रांतिक प्रतिरोध से ज्यादा हो जाए तब जनरेटर एक्साइट नहीं होगा।

क्रांतिक कोण ज्ञात करने की विधि-

  1. D.C. शंट मोटर व D.C. शंट जनरेटर की रेटिंग लिखें।
  2. सर्किट को चित्रानुसार जोड़ें।
  3. जनरेटर के क्षेत्र प्रतिरोध को अधिकतम स्थिति पर रखें तथा मोटर के क्षेत्र प्रतिरोध को न्यूनतम स्थिति पर रखें। SW स्विच ऑन करें।
  4. अब मोटर को शुरू करें तथा इसकी गति को मोटर क्षेत्र प्रतिरोध की सहायता से जनरेटर की गति के बराबर लायें।
  5. अब परिशिष्ट वोल्टेज को नोट करें तथा ‘SW’ स्विच को बन्द कर दें।
  6. जनरेटर की क्षेत्र प्रतिरोध को कम करें। ‘I’ व ‘E’ को जनरेटर की रेटेड वोल्टेज तक रिकॉर्ड करें।
  7. इस समय मोटर की गति को स्थिर बनाए रखें।
  8. चुंबकन वक्र को बनाएं तथा क्रांतिक प्रतिरोध के लिए एक स्पर्श रेखा डालें।

आज आपने क्या सीखा :-

अब आप जान गए होंगे कि क्रांतिक प्रतिरोध इन सभी सवालों का जवाब आपको अच्छी तरह से मिल गया होगा|

उम्मीद करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके मन में कोई भी सवाल/सुझाव है तो मुझे कमेंट करके नीचे बता सकते हो मैं आपके कमेंट का जरूर जवाब दूंगा| अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ में शेयर भी कर सकते हो

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