दोस्तों आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे डायनेमोमीटर प्रकार के मापन यंत्रों की संरचना एवं कार्यविधि के बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से इन सब के बारे में जानकारी देने वाला हूं| तो चलिए शुरू करते हैं |
डायनेमोमीटर प्रकार के मापक यंत्र-
Moving iron एवं अन्य प्रकार के instruments में AC calibration पूर्णतः सही नहीं किया जा सकता है, इसलिए इनमें transfer type के instruments की आवश्यकता होती है। Transfer instrument à instruments होते हैं जिनको DC source के साथ calibrate किया जा सकता है तथा उन्हें बिना किसी परिवर्तन के AC source के साथ भी calibrate किया जा सकता है। अतः transfer type के instrument की AC एवं DC source के साथ समान accuracy होनी चाहिए जो कि dynamometer instrument में होती है।
Dynamometer type के instrument, AC voltmeter एवं ammeter के जैसे काम में लिए जाते हैं जो कि power frequency एवं audio frequency के निम्न (lower) भाग के लिए भी उपयोग में लिए जाते हैं।
डायनेमोमीटर प्रकार के यंत्र का कार्य सिद्धान्त –
डायनेमोमीटर प्रकार के यंत्र में एक half cycle में एक दिशा में torque उत्पन्न होता है तथा दूसरी half cycle में विपरीत दिशा में समान परिमाण का torque उत्पन्न होता है। यदि AC की frequency बहुत कम है तो pointer घूमकर पुनः अपनी प्रारम्भिक अवस्था अर्थात् zero point पर आ जाता है। लेकिन साधारण meter के लिए power frequency पर inertia का मान बहुत ज्यादा होता है अतः pointer बहुत दूर तक नहीं जाता है तथा zero के आसपास ही रहता है।
यदि हम flux की दिशा को परिवर्तित करते हैं तो coil में current की दिशा प्रत्येक बार परिवर्तित हो जाती है एवं प्रत्येक positive एवं negative half cycle के लिए एक एकदिशीय torque उत्पन्न होता है।
अतः dynamometer प्रकार के instrument में यदि field coil (स्थिर) को movable coil के साथ series में जोड़ा जाता है तो current के साथ-साथ field को भी reverse किया जा सकता है।
डायनेमोमीटर प्रकार के यंत्र की संरचना-

- स्थिर कुण्डली (Fixed Coils) – Fixed coil के द्वारा field उत्पन्न किया जाता है। Coil को दो भागों में विभाजित किया जाता है जिससे केन्द्र पर एक समान field उत्पन्न हों, (चित्र में) series प्रतिरोध जोड़कर millimeter या voltmeter बनाया जा सकता है, fixed coil को महीन तार से लपेटा (wound) जाता है।
- चल कुण्डली (Moving Coil) – एक element instrument में एक ही moving coil होती है। Moving coil को या तो self sustaining coil के समान या non-metallic former पर wound किया जाता है, साधारणतः metallic former प्रयोग में नहीं लिया जाता है क्योंकि यह eddy current उत्पन्न करती है। यह ध्यान में रखना आवश्यक है कि moving एवं fixed coil दोनों air cored होती हैं।
- नियंत्रण (Control) – दो Controlling spring के द्वारा controlling torque प्रदान किया जाता है।
- चल प्रणाली (Moving System)-Moving coil को एक aluminium spindle पर mount किया जाता है। Moving system में counter weight एवं turns प्रकार का pointer होता है। अच्छी संवेदनशीलता (high sensitivity) के लिए moving system में suspension काम में लिया जाता है।
- अवमंदन (Damping) – Instrument के निचले भाग में spindle से एक aluminium का जोड़ा (pair) जुड़ा होता है जिससे इन instruments में air friction damping प्रदान की जाती है। इनमें eddy current damping उपयोग में नहीं ली जाती है। इसका कारण इन instrument में कमजोर operating field का होना है।
- आवरण (Shielding)- दूसरे instruments की तुलना में इन instruments में fixed coil द्वारा उत्पन्न किया गया field कमजोर होता है जो लगभग 0.005 से 0.006 Wb/m² होता है। DC instrument में धरती का चुम्बकीय क्षेत्र भी reading को प्रभावित करता है, अतः यह जरूरी है कि dynamometer प्रकार के instrument को magnetic field से shield किया जाए। अतः इस प्रकार के instrument को उच्च permeability के alloy के बक्से में रखा जाता है।
- बक्सा और स्केल (Cases and Scale)-इन instrument को लकड़ी के डिब्बों में रखा जाता है तथा conducting material पर कांच की परत चढ़ाई जाती है जिससे स्थिर वैद्युतिकी प्रभाव उत्पन्न नहीं हो तथा ढांचे को adjustable levelling screw से support किया जाता है। सही level के लिए sprit level भी काम में लिया जाता है। High precision instrument में 300 mm के scale पर 100, 120, 150 भाग होते हैं।
आज आपने क्या सीखा :-
अब आप जान गए होंगे कि डायनेमोमीटर प्रकार के मापन यंत्रों की संरचना एवं कार्यविधि इन सभी सवालों का जवाब आपको अच्छी तरह से मिल गया होगा|
उम्मीद करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके मन में कोई भी सवाल/सुझाव है तो मुझे कमेंट करके नीचे बता सकते हो मैं आपके कमेंट का जरूर जवाब दूंगा| अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ में शेयर भी कर सकते हो