तीन फेज ट्रांसफॉर्मर समझाइए?

दोस्तों आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे तीन फेज ट्रांसफॉर्मर के बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से इन सब के बारे में जानकारी देने वाला हूं| तो चलिए शुरू करते हैं |

तीन फेज ट्रांसफॉर्मर –

तीन फेज उच्च स्तर पर विद्युत ऊर्जा के उत्पादन के लिए काम में लिया जाता है। एक तीन फेज ट्रांसफॉर्मर 13.2kV या इसमें भी अधिक वोल्टेज उत्पादित कर सकता है।

ट्रांसमिशन लाइन में प्रवाहित 110, 132, 275, 400 और 750 kV तक के वोल्टेज को स्टेप-अप करने के लिए तीन ट्रांसफॉर्मर आवश्यक है और इसके पश्चात् लोड केन्द्रों पर ट्रांसमिशन वोल्टेज को 6600, 4600 और 23000 वोल्टेज तक डिस्ट्रीब्यूशन वोल्टेज को कम करता है और इसके पश्चात् वोल्टेज को उपभोक्ता के उपयोग के लिए पुनः 440, 220, 110 वोल्ट में परिवर्तन किया जाता है। तीन फेज ट्रांसफॉर्मर में तीन प्राइमरी तथा सैकण्डरी वाइन्डिंग तीन क्रोड भुजाओं पर समान रूप से लपेटी जाती है व तीनों भुजाओं के मध्य 120° का कोण होता है जिनमें समान रूप से धारा प्रवाहित होती हैं। तथा प्रत्येक भुजा में उत्पन्न फ्लक्सों का सदिश योग किसी भी क्षण शून्य होता है या किसी एक भुजा का फ्लक्स किसी दिशा में दूसरी दो भुजाओं में फ्लक्सों के योग के तुल्य और विपरीत दिशा में होता है।

आज आपने क्या सीखा :-

अब आप जान गए होंगे कि तीन फेज ट्रांसफॉर्मर इन सभी सवालों का जवाब आपको अच्छी तरह से मिल गया होगा|

उम्मीद करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके मन में कोई भी सवाल/सुझाव है तो मुझे कमेंट करके नीचे बता सकते हो मैं आपके कमेंट का जरूर जवाब दूंगा| अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ में शेयर भी कर सकते हो

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